Saturday, July 30, 2011

कलमाडी के डिसेमिया [भूलने की बीमारी ] के पीछे राबर्ट बढेरा और सोनिया गाँधी

जब कुछ दिन पहले कलमाड़ी के वकील के दावा किया था कि अब कलमाड़ी को कुछ याद नहीं रहता क्योंकि उनको डिसेमिया हों गया है तो पुरे देश के उनकी इस बात पर विश्वास नहीं किया और सबने माना कि ये सोनिया गाँधी के सहालकार अहमद पटेल की एक नयी चाल है .. क्योंकि कांग्रेस २ G घोटाले में बार बार डीएमके का नाम देकर बचने की कोशिश करती है लेकिन कोम्मंवेल्थ घोटाले में सिर्फ कांग्रेस पार्टी के बड़े बड़े चेहरों का नाम है .
फिर कलमाड़ी के आकाओ को बचाने के लिए उनलोगों ने ही डिसेमिया की साजिश रची .. लेकिन जैसे पुरे देश ने कलमाड़ी की बीमारी को एक चाल माना उसी तरह सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे एक चाल माना और १२ डॉक्टरों की एक मेडिकल बोर्ड का गठन करने का आदेश दिया तथा ये भी कहा की रिपोर्ट आने के बाद सुप्रीम कोर्ट अपनी निगरानी में विदेशी डॉक्टरों से भी रिपोर्ट की जाँच कराएगी . अगर कलमाड़ी झूठ बोल रहे है तो फिर भविष्य में कलमाड़ी को अदालत कभी माफ़ नहीं करेगी और उनके उपर अदालत को गुमराह करने का एक अलग केस दर्ज हों सकता है ..

और साथ ही साथ सुप्रीम कोर्ट ने सवाल उठाया कि अगर आपको डिसेमिया है तो फिर आपकी संसद की सदस्यता भी खत्म हों जाएगी क्योंकि संबिधान के अनुसार कोई भी मानसिक बीमारी से पीड़ित व्यक्ति कोई भी चुनाव नहीं लड़ सकता .साथ ही साथ कलमाड़ी को अपने सारे कंपनियों के निदेशक पद से भी हटना होगा क्योकि कंपनी ला के अनुसार कोई भी मानसिक व्यक्ति किसी कंपनी का निदेशक नहीं रह सकता .. [कानून के अनुसार डिसेमिया एक मानसिक बीमारी मानी गयी है ]
अब कलमाड़ी को अपना दाव उल्टा पड़ता नज़र आने लगा .
सुप्रीम कोर्ट के कड़क रुख को देखकर कलमाड़ी के वकील ने कलमाड़ी को सलाह दिया कि अब आपको नौटंकी छोडनी पड़ेगी नहीं तो भविष्य में कभी भी आप को पेरोल भी नहीं मिलेगा .

फिर कलमाड़ी जैसे हर कांग्रेसी गिरगिट की तरह रंग बदलता है वैसे ही एम्स में जाँच के पहले ही अपना रंग बदल दिए और डॉक्टरों और मिडिया के कहा कि वो पूरी तरह स्वथ है और उन्होंने सिर्फ अपने हार्ट का एक वाल्व बदलवाया है .जिससे उनको कभी कभी दर्द होता है .

असल में अब कोम्मंवेल्थ घोटाले की जाँच अपने चरम पर है और अब कलमाड़ी का बयान अदालत के रिकार्ड में दर्ज होगा जो इस केस के लिए काफी अहम है . पूरा देश जनता है कि पहले दिन से ही कलमाड़ी के कार्यकलापों पर तीन तीन खेल मंत्री सवाल उठा चुके , पूरी मीडिया और पूरा देश घोटालों को समझ रहा था .. लेकिन कलमाड़ी को सिर्फ सोनिया गाँधी और राबर्ट बढेरा के ईशारे पर नहीं हटाया गया .. चलो कांग्रेस विपक्ष के आरोपों को राजनीती से प्रेरित बता सकती थी लेकिन सुनील दत्त , मणिशंकर अय्यर , जयराम रमेश , फारुख अब्दुल्ला , एस एस गिल आदि लोग किस पार्टी के है ? सबको किसने चूप करा दिया ??
कोम्मंवेल्थ के खेल गांव में सजावट के करोडो रूपये के सामान सोनिया गाँधी की बहन की कंपनी से इटली से ख़रीदे गए . और इम्पोर्ट राबर्ट बढेरा की कंपनी ने किया था अब सोनिया को डर सताने लगा की उनके पैर के नीचे पानी आने वाला है .. फिर सिब्बल और सलमान खुर्शीद जैसे मैडम के चमचे वकील मैडम को बचाने के लिए ये खेल रचे लेकिन सुप्रीम कोर्ट की सख्रती से सफल नहीं हों सके ..

हा हा हा .. मुझे डर लग रहा है कि कलमाड़ी इतना नीचे गिरते जा रहे है सिर से दिल तक पहुचे आगे आगे देखिये और कितना नीचे गिरते है !!



बदल गए . कलमाड़ी ने डॉक्टरों को कहा कि उन्हें सिर्फ


कल एम्स में मेडिकल जाँच में कलमाड़ी को डर लगने लगा कि कही उनका भूलने की बीमारी वाला झूठ पकड़ा ना जाये .. इसलिए उन्होंने चेकिंग के पहले ही लिखित बयान दिया की वो बिलकुल ठीक है . उन्हें कोई भी डिसेमिया नहीं हुयी है .

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