Saturday, July 30, 2011
साहस
नन्ही चींटी , जब दाना लेकर चलती है ,
चढ्ती दीवारों पर , सौ बार फिसलती है ,
मन् का विश्वास रगों में साहस बनता है ,
चढ़ कर गिरना , गिर कर चढ़ना ना अखरता है ,
आखिर , उसकी मेहनत बेकार नहीं होती ,
कोशिश , करने वालों की हार नहीं होती !!!
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चढ्ती दीवारों पर , सौ बार फिसलती है ,
मन् का विश्वास रगों में साहस बनता है ,
चढ़ कर गिरना , गिर कर चढ़ना ना अखरता है ,
आखिर , उसकी मेहनत बेकार नहीं होती ,
कोशिश , करने वालों की हार नहीं होती !!!
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दर्द
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"दर्द होता रहा छटपटाते रहे ,
आईने से सदा चोट खाते रहे !
वो वतन बेचकर मुस्कुराते रहे ,
हम वतन के लिए सिर कटाते रहे !”
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अजब गजब खेल !
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अजब तेरी दुनिया, गजब तेरे खेल !
सौ रुपये किलो भाजी, सौ रुपये किलो तेल !
अफ़जल को माफ़ी बाबा रामदेव को जेल !
RSS पर प्रतिबंध, सिमी से अनुबंध !
अन्ना हजारे से काटा कन्ना, फ़ेंक दिया जनलोकपाल का पन्ना !
अमरनाथ यात्रा पर लगान, हज़ यात्रा के लिये अनुदान !
फ़िर भी है मेरा भारत महान !!!
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Tuesday, July 5, 2011
दिग्विजय सिंह ( कांग्रेस नेता) एक देशद्रोही
मुझे नहीं पता की कितने लोगो को यह मालूम होगा की दिग्विजय सिंह एक इसाई है http://en.wikipedia.org/wiki/Digvijay_Singh_(politician). परन्तु इसाई होने या न होने से देश पर उसके अधिकार कम या ज्यादा तो नहीं ही हो जाते है श्री मति सोनिया गाँधी जी भी इसाई ही है और वो देश की सत्ता धारी दल की हिटलर की तरह ही एक तानाशाह नेता है. सीता राम जैसे सज्जन और आम कांग्रिसी को जिस तरह धक्के मार मार कर कुर्सी से गिराया गया था और उसके बाद सोनिया गाँधी देश की १२५ साल पुरानी कांग्रेस की अध्यक्ष बनी और अब तक बनी ही हुई है. यदि किसी को तानाशाही नहीं मालूम क्या होती है उसको इस उद्धरण से पता चल जाना चाहिए की तानाशाही किस को कहेते है और १२० करोड़ जनता के ऊपर कैसे की जाती है. हिन्दुस्तान के प्रबुद्ध राष्ट्रपति श्री कलाम जी द्वारा धक्के देने और उनकी अपनी सीमाए और औकात बताने के बाद भी कितनी बेशर्मी से सत्ता का संचालन किया जाता है कोई श्री मति सोनिया गाँधी जी से पूछे. न केवल अपनी कुर्सी पर जमी हुई है परन्तु अपनी हैसियत पूरी दुनिया को दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर एक बार नहीं दो दो बार जनता के द्वारा नहीं चुना गया प्रधान मंत्री थोप कर दिखाई है. अपनी सत्ता को और मजबूत करने के लिए हर २-३ साल के अध्यक्ष बनने के ढोंग को भी कांग्रेस का संविधान बदल कर ५ साल अपने अध्यक्ष पद के लिए कर लिया है. और न केवल अपने लिए बल्कि अपने बेटे को देश कर प्रधानमंत्री बनाने की भी तैयारी पूरी कर ली है. अपने दामाद रॉबर्ट वेडेरा जैसे (जिसका राजनीती, कूटनीति और भारत में धूल के एक कण जितना भी योगदान नहीं) को दलाई लामा, देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति जैसे सुरक्षा में छुट देने के लिए भी संविधान में प्रवधान किये हुए है.
मुझे इन सब से कोई शिकायत नहीं है क्यूंकि इस देश के हिन्दू जनता ने १००० वर्ष की जिल्लत और दोयाम दर्जे का जीवन जिया है और जो नहीं जी सके वो वीर सावरकर, वीर शिवाजी, वीर महाराणा प्रताप बने. आज भी वो ही युग है. हम सोनिया गाँधी जी और उसके इसाई मुस्लिम गैंग से कहेना चाहेगे की १० वर्ष नहीं अगले १००० वर्ष भी हम हिन्दुओ पर अत्याचार किया जायेगा तो भी हिन्दुओ के डी एन ऐ से त्याग, तपस्या, देश प्रेम, सर्व्भोमिकता, स्वत्नत्रता का तत्व अलग नहीं कर पाएंगे. जो बात इस इसाई-मुस्लिम गैंग को समझ नहीं आता है वो यह है की हर हिन्दू अपने जीवन में बाल्यावस्था, विद्यार्थी जीवन, गृहस्थ जीवन और वानप्रस्थ जैसी चक्र से गुजरता है. हर हिन्दू अपने जीवन में धन उपार्जन करता है और फिर अंत में त्याग कर के मोक्ष की चाह में सारे सुख और सुविधा त्याग देता है. और काशी गंगा के किनारे मेरी इस बात का जीता जागता प्रमाण है. सोनिया जी के नेत्रत्व में जो ज्ञान देश को पिलाया जा रहा है की हिन्दू आतंकवादी होगया है. मैं उसकी पुरजोर निंदा करता हूँ और बता देना चाहता हूँ की वो आतंकवादी नहीं हो सकता भले ही क्रांतिकारी हो.
जिन कांग्रेसियो को आतंकवादी और क्रन्तिकारी में अंतर ही नहीं मालूम है वो इस देश के पानी और गंगा जल को एक सामान ही मानते रहेंगे. जो लोग गाये और बाकी पशुओ को बराबर ही मानेगे उनके ज्ञान पर मुझे तरस अता है.
यदि सोनिया के हिन्दू होने के ढोंग के बारे में जानना चाहते ही है तो उस से पूछ की कभी उसने गाये का मांस खाया है की नहीं. हाँ हाँ उसने खाया हुआ है. अब राजीव जी से मिलने के पहेले ऐसा तो था नहीं की इटालियन फ़ूड में हिन्दू पूज्निये गाये का मांस नहीं होता था. और एक बार हिन्दू जनता को बस इतना ही बता दो की यह औरत गाय का मांस खाती थी सारी मीडिया का और दिग्विजय का चुनावी मनेजमेंट धरा का धरा रहे जायेगा. और जनता २४ घंटे में टीन टप्पर बाँध कर वापस इटली भेज देगी. मेरा इस छोटी सी बात को कहेने का अर्थ सिर्फ और सिर्फ इतना बताना है की. सोनिया के मुस्लिम-इसाई गैंग नेत्रत्व में देश चलने के बाद भी किसी ने न तो इनको जाना और न ही डॉ. सुब्रमनियम स्वामी जी की बातो की ही दरयाफ्त की है. परन्तु अब पानी सर से गुजर चूका है. जो दिग्विजय सिंह हिन्दू नहीं है वो देश में हिन्दू आतंकवाद के बीज को रोप रहा है सोनिया जी आपके कहेने से. वो दिग्विजय देशद्रोही है. उसको न तो हिन्दू का पता है और न ही इतिहास का. जिस राष्ट्रीय स्वयं संघ पर वो आरोप लगा रहा है. उसकी सिर्फ और सिर्फ एक हुंकार भर से ही पेट में भरा ज्ञान सड़क पर आजायेगा. मैं एक हिन्दू भारतीय की बात करता हूँ, जिनको दिन रात आपके आतंकवादी कहेने से मानसिक कष्ट होता है. उनकी तरफ से आपको इतना कहेना चौहुंगा की माँ के पेट से तो तू हिन्दू ही था परन्तु धरती पर विभ्याचार करने के लिए आपने अपनी जन्म नाल ही काट ली और कोई नई बात भी नहीं की है. राघोगढ़ के आपके पूर्वजो के अंग्रेजो के तलवे चाटने और व्भ्याचार के आलावा उन्होंने कुछ और नहीं किया और आज आप भी वो ही कर रहे हो. आज आप देश और हिन्दू के अन्दर स्वाभिमान और संस्कृति की भावना भरने वाले संघटन और दुनिया के १२० करोड़ हिन्दुओ को आतंकवादी का सर्टिफिकट बाँटने में लगे हुए हो. आपको बता दू दिग्गी सिंह हंसौड जी की जब देश के ९० प्रतिशत लोगो को किसी बात की पीड़ा होती है तो वो आतंकवादी नहीं क्रन्तिकारी बनते है और उसको क्रांति कहेते है. यदि मयन्मार में आंग सु शासन के विरुद्ध कुछ कर रही है तो क्रांति कर रही है आतंकवाद नहीं. आजाद भारत के जयचंद हंसौड सिंह जी आपको बता दू हिन्दू होते हुए भी यदि श्री लंका में एल टी टी कुछ करती है तो वो भी आतंकवाद हो सकता है क्यूंकि देश बहुसंख्य दुसरो का है. पाकिस्तान जहा पर २-३ प्रतिशत हिन्दू है वो भी यदि (हिंसक) गतिविधि करते है तो भी आतंकवाद केहेलाया जा सकता है. परन्तु अपने ही देश में ९०% हिन्दू अपने को यदि हिन्दू राष्ट्र भी घोषित करते या कौशिश करते है तो भी आतंकवादी नहीं ज्यादा से ज्यादा आप उसको क्रांतिकारी ही कह सकते हो. और क्रांति हिन्दुओ के खून में है, क्रांति ही तो श्री कृष्ण ने अंधे धृत राष्ट्र के और गुंडे दुर्योधन के विरुद्ध की थी. खैर बड़ी बात है आप जैसे देशद्रोही के समझ नहीं आयगी. स्वामी राम देव जी भी तो देशो को क्रांति ही की तरफ प्रेरित कर रहे है. अरविंदो और विवेकनंद जी भी तो क्रांति की ही बात करते थे. क्रांति का रूप क्या हो यह अलग चर्चा का विषय हो सकता है. आतंकवाद क्या है वो जान ले – अमेरिका को इस्लामी राष्ट्र बनाना आतंकवाद हो सकता है जबकि वहा की ९०% येअसा नहीं चाहती, पाकिस्तान को हिन्दू राष्ट्र बनाना भी आतंकवाद हो सकता है जबकि वहां पर ९५% मुस्लिम है. परन्तु रूस का कोमुनिस्ट देश से पूजीवादी बनाना तो कोई भी आतंकवाद नहीं जब जनता ने चाह बन गया. अब रूस को कोई ६०-७० के दशक में पूंजीवाद बनाने की कौशिश या भविष्यवाणी करता तो उसे अच्छा तो नहीं ही माना जाता. परन्तु आज जनता ने चाह तो रूस भी पूंजीवादी बन गया. कल पूर्ण रूप से चीन भी ऐसा ही बन सकता है. अरे इस देश के सुप्रीम कोर्ट ने हिंदुत्व को जीवन जीने की एक पदात्ति माना है. तो यदि कल को इस भारत देश के लोग भी ऐसा फैसला लेले की सारा राष्ट्र हिन्दू पदात्ति से ही जीएगा तो इसमें गलत क्या है.
दूसरा देशद्रोही हंसौड कांग्रिसी नेता दिग्विजय कहेता है की हिटलर की तरह युहुदी को जैसे भगाया गया था, संघ भी ऐसा ही करना चाहता है. तो उनको बताना चाहूँगा की उनको न तो जर्मनी के इतिहास की जानकारी है और न ही हिन्दुस्तान की जनता के भाव की. जर्मनी में जब ऐसी कारवाही हुई थी तो कितने % यहूदी थे जेर्मनी में ? और उनकी संख्या कितनी थी? और यहूदी देश ही कितने थे ? उनके समर्थन के लिए? आज १०० से ऊपर मुस्लिम देश है दुनिया में. २० करोड़ मुसलमान हिन्दू राष्ट्र भारत में रहेते है. बताओ कौनसा संघ इतने लोगो को भगा सकता या देशद्रोही दिग्विजेय की नजर में ही कितनो का कत्ले आम कर सकता है जैसा की वो आज मंच से डरा डरा कर बोल रहा है. आज भारत के मुस्लिम संघ के नजदीक आ रहे है और इस बात को सोनिया गाँधी का इसाई-मुस्लिम गैंग पचा नहीं पा रहा है. और भारत के मुस्लिम को एक सदी और पीछे धकेल कर, भ्रम का जाल फैला कर भारत राष्ट्र को एक साथ आगे नहीं बढ़ने देना चाहता और. इस प्रकार देश पर सोनिया गैंग ही राज करता रहे यह ही देशद्रोही दिग्विजय और उसके नेताओ के एक मात्र मंशा है. मेरे मुस्लिम मित्रो ६० साल से कांग्रस ने राज किया. दिया क्या है आपको? ठेंगा !!! आज नरेंदर भाई मोदी अदालत से भी बरी हो चुके है इन ढोंगी तीस्ता सीतलवाद , एन जी औ टाइप झूट से कांग्रेसी और वामपंथी चरित्र हनन कर औछी राजनीती करने वालो के बावजूद. वहा के गुजरात में जाकर देखो के मुसलमान कहा से कहाँ पहुँच गये. इसी कोंग्रेस के राज से या बंगाल के वामपंथ से तुलना कर लो अपनी पारिवारिक, सामाजिक, आर्थिक हैसियत की.
अब मुसलमानों को चाहए बुरा ही क्यूँ न लगे एक बात तो उनके कानो में बहुत अच्छी तरीके से बात देना चाहत हूँ की हिन्दुस्तान में रहेना होगो हिन्दुओ की बात मानकर ही रहेना होगा. और सारी बात की जड़ यही है. मेरी बात को ढंग से समझा जाये की अब साउदी अरब में रमजान महीने में रोजे के दौरान मैं यदि सरे आम भोजान तृपित करने की छोटी सी कौशिश करूँगा तो क्या सही होगा. हिन्दू होते हुए भी मुझे आने ऊपर कंट्रोल करना होगा और जन भावनाओ का सम्मान करते हुए काम करना होगा. भारत में भी तो हिन्दू येही ही कहेते है की भाई गाये हमारी माता है उसका मांस न खाओ. तो यार मान जाओ क्यूँ कोंग्रेस के कुचक्र में फंस रहे हो. देखा नहीं ३० सितम्बर तो अयुध्या पर आया इलाहबाद हाई कोर्ट के फैसले पर कोंग्रेसी सांसद रशीद अल्वी जी ने कितने अच्छी बात कही और दैनिक जागरण में बड़ा सुन्दर लेख लिख कर अच्छी भावना प्रकट की. परन्तु दिग्विजेय जैसे हंसौड नेता ने अपनी ही गोटी फिट करने के लिए कांग्रेस के मुस्लिम-इसाई गैंग की निति आगे बढ़ाते हुए भारत की एकता और अखंडता में जहर घोलने का काम किया. और एक देशद्रोही , धर्मद्रोही से आप उमीद भी क्या कर सकते हो.
कांग्रेस के लिए भी एक राजनेतिक बात कहेना चाहूँगा. हिन्दू आतंकवाद का खट्टा राग गाने से उसका कुछ भी लाभ नहीं होगा. यह में कांग्रेस के आम कार्यकर्ता को कहेना चाहता हूँ. कोंग्रेस को सत्ता हमेशा बेलेंस करने के कारन मिलती है जैसे. समाजवादी मुस्लिम राग अपनाती है और कोई अन्य हिन्दुओ की बात करती है तो कांग्रेस को लोग माध्यम मार्ग जानकार वोट देते है. अब तो सोनिया – दिग्विजेय के मुस्लिम – इसाई गैंग ने खुद ही मुस्लिम तुष्टिकरण का झंडा उठा लिया. उसकी प्रतिक्रिया क्या होगी, बेपेटिस्ट कांग्रेस नेताओ को बताने के जरुरत नहीं.
हिन्दुस्तान की सरजमी पर जिनके पूर्वज हिन्दू थे वो मुस्लिम – इसाई आज भी हिन्दू है और सर्वदा रहेंगे, बात समझ में आने की है भारत के दिन यदि अच्छे है वो आज आजए और सोनिया – दिग्विजय के इसाई-मुस्लिम गैंग इनको अगले २० वर्ष और न समझने दे तो कल सूरज पश्चिम से नहीं निकाल जायेगा. ध्रुव सत्य अडिग रहेगा.
और अंत में देशद्रोही धर्मद्रोही दिग्विजय- सोनिया के मुस्लिम-इसाई गैंग को कहना चाहूँगा. और विशेष रूप से नौटंकी टाइप राहुल जी को भी कहूँगा जिनके इतिहास के ज्ञान न होने की बात तो सर्व विदित है, उन में कॉमन सेन्स की भी अभूतपूर्व रूप से कमी है. जिसको शायद लखनऊ के डॉ. भी दूर नहीं कर पाए की राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सदस्य संख्या मालूम है की नहीं, दुसरे उसकी समर्थक संख्या क्या है ? हिन्दू राष्ट्र के समर्थक कितने है ? बीजेपी राष्ट्रीय पार्टी है उसकी सरकार कितने राज्ये में है जिसके संघ से संबंधो पर बड़ा खास जोर आप देते है? और जब इनकी संख्या समझ में आ जाये. तब जोड़ कर देकना और अपने कांग्रेस के प्राथमिक सदस्यों की संख्या से तुलना करना तो, तब पता लग जायेगा की संघ की हुंकार और उसके कहेने का मतलब क्या होता है. इतना होने के बाद जब इस संख्या और समर्थन के बल पर कुछ कहेना चाहते है तो उसको आतंकवाद नहीं कहेते और न ही उनकी तुलना सिमी जैसे संघटनो से की जा सकती है. देश का इतना बड़ा हिस्सा वास्तव में संघ की बात मानता है और उसपर उसकी सहमति है तो ऐसे संघटन को आतंकवादी वो ही कहे सकता है या तो वो किसी दुसरे ग्रह का १२ पैरो वाला प्राणी है, या फिर वो किसी ख़ुफ़िया एजेंसी का एजेंट है. और मेरे ख्याल से यदि वो भारत की ख़ुफ़िया एजेंसी के लिए काम नहीं करता तो उसको देशद्रोही ही कहेंगे.
प्रतिभा पाटील क्यों बनी राष्ट्रपति ?
यूपीए यानी कि कॉंग्रेस तथा सत्ताधारी दल ने राजस्थान की राज्यपाल प्रतिभा पाटील को भारत के राष्ट्रपति के रूप में अपना उम्मीदवार घोषित किया था।
जाहिर है, ऎसे में उनके जीतने की संभावना भी ज्यादा थी।
क्या खास बात है प्रतिभा पाटील में कि वे भारत की अगली राष्ट्रपति बनें? क्या किया है उन्होंने भारत के लिए जो वे भारत की सर्वोच्च पद पर बैठें? भारत के कितने लोग जानते हैं उन्हें?
जवाब हैं- पहला, वे महिला हैं, दूसरा वे महाराष्ट्र की राजनीति में रही हैं, तीसरा, शायद कुछ सौ लोग जानते होंगे उन्हें।
लेकिन उनकी सबसे बड़ी काबिलियत यह है कि वे कॉंग्रेस और गांधी परिवार की लगातार वफादार रही हैं।
इसलिए एक अरब की आबादी वाले इस देश के सर्वोच्च पद पर, तीनों सेनाओं के कमांडर के पद पर एक ऎसी महिला जिन्हें इस देश का आम आदमी जानता तक नहीं है, जिन्होंने इस देश के लिए ऎसा कुछ नहीं किया जो किसी को याद हो।
देश की राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील किसी जमाने में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के घर में रसोई बनाती थीं। इसी वफादारी के लिए काँग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने उन्हें राष्ट्रपति बना दिया।
भारत का राष्ट्रपति पद क्या इतना सस्ता हो गया है कि उसपर अब सिफारिशी नेता बैठें?
शायद समय आ गया है कि भारत के राष्ट्रपति का चुनाव भी अब जनता के सीधे वोट द्रारा किए जाने की मांग उठाई जाए।
जाहिर है, ऎसे में उनके जीतने की संभावना भी ज्यादा थी।
क्या खास बात है प्रतिभा पाटील में कि वे भारत की अगली राष्ट्रपति बनें? क्या किया है उन्होंने भारत के लिए जो वे भारत की सर्वोच्च पद पर बैठें? भारत के कितने लोग जानते हैं उन्हें?
जवाब हैं- पहला, वे महिला हैं, दूसरा वे महाराष्ट्र की राजनीति में रही हैं, तीसरा, शायद कुछ सौ लोग जानते होंगे उन्हें।
लेकिन उनकी सबसे बड़ी काबिलियत यह है कि वे कॉंग्रेस और गांधी परिवार की लगातार वफादार रही हैं।
इसलिए एक अरब की आबादी वाले इस देश के सर्वोच्च पद पर, तीनों सेनाओं के कमांडर के पद पर एक ऎसी महिला जिन्हें इस देश का आम आदमी जानता तक नहीं है, जिन्होंने इस देश के लिए ऎसा कुछ नहीं किया जो किसी को याद हो।
देश की राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील किसी जमाने में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के घर में रसोई बनाती थीं। इसी वफादारी के लिए काँग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने उन्हें राष्ट्रपति बना दिया।
देश की राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील किसी जमाने में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के घर में रसोई बनाती थीं। इसी वफादारी के लिए काँग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने उन्हें राष्ट्रपति बना दिया। राजस्थान के पंचायती राज और वक्फ राज्यमंत्री आमीन खां ने राजस्थान में कॉंग्रेस कार्यकर्ताओं को पार्टी के प्रति वफादारी की नसीहत देते हुए ये चौंकाने वाला खुलासा किया है।
आमीन खां ने कहा कि आपातकाल के दौरान प्रतिभा पाटील पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के घर में रसोई बनाया करती थीं।
और उनका राष्ट्रपति पद तक पहुँचना उनकी वफादारी का परिणाम है। जब राष्ट्रपति के चयन की बात आई तो सोनिया गाँधी ने पाटील की उसी वफादारी को देखते हुए उनका नाम लिया। आमीन खाँ ने सभी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे भी प्रतिभा पाटील की तरह सभी निस्वार्थ भावना से कार्य करते रहें। क्या मालूम कब किसी के घर फोन आ जाए कि आपको पार्टी में या सरकार में बड़ा पद दिया गया है।
भारत का राष्ट्रपति पद क्या इतना सस्ता हो गया है कि उसपर अब सिफारिशी नेता बैठें?
शायद समय आ गया है कि भारत के राष्ट्रपति का चुनाव भी अब जनता के सीधे वोट द्रारा किए जाने की मांग उठाई जाए।
Enemy-lover Swami Agnivesh :........... I love Pakistan
Mumbai: We do not want war with Pakistan. (Up till now Pakistan has attacked Bharat repeatedly either openly or covertly by way of terrorist attacks. It is responsible for death of innumerable innocent Indians. It has sheltered criminal Muslims from Bharat. It has even tried to embarrass Bharat on the International level by whatever means. In spite of these, if some people do not want war against Pakistan then they should be sent to Pakistan for a permanent stay there! -Editor)
---------------- Note: Content of this blog post is writer's personal opinion and may not be SanghParivar.org or Sangh's
The amount of love I received in Pakistan, I did not receive any where in the world, said Enemy-lover Swami Agnivesh in a public gathering. (Pakistani terrorists attacked Mumbai and killed 183 innocent Indians including 18 police officers and military personnel. Therefore it is a gross insult to the martyr police and military persons, those Indians who died in the attack and their families and in fact to the whole nation if Swami Agnivesh praises Pakistan! -Editor)
Congress leader Hussain Dalwai had organised a function on behalf of 'Maulana Azad Vichar Manch' to commemorate one month of terrorist attack on Mumbai. Kavita Karkare , wife of slain ATS chief Hemant Karkare and Ex-Chief of Police Shri Sudhakar Suradkar were present on this occasion.(It is shameful that the ex-chief of police Shri Suradkar tolerated such Pro-Pakistani utterances of Swami Agnivesh! -Editor)
In his speech Swami Agnivesh directly touched the Malegaon case. He said,'Terrorist means Muslims was the equation till yesterday .But with the investigation of Bomb blasts at Malegaon done by Karkare it was found that Sadhvi Pradnya Singh, a so-called Shankaracharya and military personnel were responsible for it. Thus it has become quite clear that terrorism is not limited to one religion. (It has to be taken into consideration that up till now the court has not declared any of the accused as guilty. Swami Agnivesh should remember one thing that Hindus were never terrorists. They are always in favour of national defence. If Swami Agnivesh wants to have a real feel of terrorism then he should go and ask those Kashmiri Hindu women who have stopped menstruating at the young age of 30 from the sheer fear of terrorism! -Editor) We were anxious that Karkare might withdraw due to pressure but he did not.( There is no other thing more amusing and dramatising than to think on the part of Swami Agnivesh that in the regime of anti-Hindu and Pro-Muslim Congress government an officer who is investigating against Hindus will withdraw from the case! -Editor)
Government will now investigate the death of these officers and the terrorist attack but at the same time it should be careful enough to see that the Malegaon case will not be let loose. (Why? Is it because the accused are Hindus? It means that Swami Agnivesh is no way bothered about terrorism but is more interested in unnecessary harassment of Hindus; or otherwise he would have definitely asked for investigations into bomb blasts done by Jihadi terrorists all over the country! -Editor) Otherwise the martyrdom of Karkare will be in vain.( What way martyrdom of Karkare is related to Malegaon blasts? In fact by praising Pakistan Swami Agnivesh has made the martyrdom of Karkare vain! -Editor)
Just as SIMI was banned by the Government, we demand that RSS, Bajrang Dal also should be banned. (SIMI has attacked the very freedom and sovereignty of the nation. What have RSS and Bajrang Dal done against the country? On the other hand RSS has played an important role in nation building. Therefore an Anti-Hindu like Swami Agnivesh should not compare terrorist organisation like SIMI with Pro-Hindu organizations! -Editor)
Otherwise it will be proved that you are looking from one side only." Hussain Dalwai on this occasion declared that he is going to demand to president that 26 th November be declared as ' Brotherhood Day' (This is clever move on part of a Muslim like Dalwai so that the Hindus would forget their massacre at the hands of Jihadi terrorists. If Dalwai is so interested in brotherhood then he should ask Muslims to observe 6th December as 'Brotherhood Day'! - Editor)
He further said," Karkare was very courageous to handle the Malegaon case. Even when faced with such calamity Smt. Karkare said," I have equal respect and belief for all religions."(This is only indicative of the fact that Hindus have not the realised the true face of Muslims! -Editor) The religious understanding shown by her is an example for all."(Dalwai should tell this to his Muslim brethren. He should not preach this to Hindus who have tolerated arrogant Muslims for over thousand years! -Editor)
Source: Daily Sanatan Prabhat
स्वामी अग्निवेश कौन ..?
आइये जाने स्वामी अग्निवेश को
नोट: हम भ्रष्टाचार के आन्दोलन में अन्ना हजारे के साथ है, पहले से ही जुड़ें हुए है, और यह मानते है की देश की सभी समस्याओ में सबसे पहली समस्या भ्रष्टाचार है .....
-------------------------- आइये जाने क्यूँ नफरत करते है राष्ट्रवादी ,स्वामी अग्निवेश से और क्यों प्रेम करते है अग्निवेश मुस्लिमों, माओवादियों और ईसाइयों से ? जिस किसी भाई को लगता है की यह ढोंगी विवेकानंद जी का अवतार है तो यह बात मन से पूर्ण तय निकाल देंवे क्योंकि इसकी मानसिकता और आर्य समाज की मानसिकता में आकाश पाताळ का अंतर है सच तो यह है की यह आर्य समाजी नहीं हैइसने स्वयं ही एक संस्था बनाई है "World council of Arya Samaj" शायद उद्देश्य मुल्लो और ईसाई मिशनरियों की मदद करने के लिए, क्योंकि यह विवेकानंद जी के जैसे भगवे वस्त्र पहन कर के लोगो को गुमराह कर रहा है आप स्वयं आर्य समाज की वेबसाइट में देख सकते है की यह अध्यक्ष नहीं है ....इसने अतीत में हरियाणा के शिक्षा मंत्री का पद ग्रहण किया हुआ है तो इसके सन्यासी होने का प्रश्न ही पैदा नहीं होता है वहाँ शिक्षा प्रणाली और किताबों में इतिहास में फेर फार करने के कारण इसकी डाल हरियाणा में अधिक गल नहीं पाई फिर इसने माओवादियों का साथ देना शुरू किया और दलाल का काम पकड़ा हर वार्ता में यह बीच में टपक पडता है..अरुंधती रॉय, गिलानी, शबीर अहमद, उमर अब्दुल्लाह, यासीन मालिक , विनायक सेन, जावेद अख्तर, शबाना आजमी, तीस्ता शेतलवाद, मदनी etc इसके परम मित्र है जो हर दिशा से इसके उद्देश्य को दिशा देते है शबाना आजमी जैसे सेकुलर महाराष्ट्र से मदनी दक्षिण से, गिलानी जैसे आतंकवादी कश्मीर से, आजाद जैसे माओवादी हेदराबाद, आंध्र से, राजस्थान गुजरात में इसकी डाल नहीं गल पा रही है वो इसे अच्छी तरह पता है...बंगाल में विनायक सेन और अरुंधती रॉय....ये वो ही लोग है जो तिरंगे से नहीं लाल झंडे को सलाम करते है चीन को आंच भी आयें तो इनके पेट में दर्द होने लगता है...इनका एक ही धर्म है देश द्रोह.. संस्कृति, सीमाएं, भाषा, देश प्रेम से इन्हें कुछ मतलब नहीं .....भारत स्वाभिमान में इसे किसीने नहीं आमंत्रित किया ये स्वयं ही उसमे घुसा हुआ है और लोकपाल बिल का सिर्फ इसलिए समर्थन कर रहा है क्योंकि इसके भी स्वार्थ छिपे हुए है वहाँ .....नहीं तो ऐसे मक्कार लोकपाल बिल का समर्थन क्यूँ कर रहा हैएक बार केदारनाथ मंदिर को गैर हिन्दुओ के लिए खोलने के लिए हड़ताल पर बैठा था और सरकार पर दबाव बनाने के लिए अच्छे खासे नाटक किये इसने ..... पहले जो नास्तिक हिंदू है उन्हें केदारनाथ भेज रे अग्निवेश फिर गैर मुस्लिमों को भेजना ... जन हित में यह लेख सभी भाइयो तक पहुचाएं ...... लेकिन हम कामना करते है की स्वामी रामदेव के साथ हम सब मिलकर कोंग्रेसी कुशासन को उखाड फेंके और भारत को भगवा देश बनाने का संकल्प करें ------------------------------ आइये आर्य समाजियो ने इस मक्कार से कुछ प्रश्न पूछे है आपको दिखाते है ..... जिसमे इसकी मक्कारी छिपी है What is your stand on gay marriages? Why are you supporting the movement to legalize homosexual relations in India? Is it as per Arya Samaj ideology?Your co-writer recently gave interview in newspapers claiming we all are migrants in this nation. Do you support this theory of Arya Invasion which Mr Thampu loves to propagate in his college. Incidentally your website also had the same theory for 5 years and withdrawn only after a lot of controversy.Why are you so much in admiration of Prophet Muhammad to call him Prophet of entire world. Satyarth Prakash, Chapter 14 has used harshest language against Prophet for his lechery, paedophilia and other misdeeds.Why do want deletion of portions of last 4 chapters of Satyarth Prakash? Many news available on net itself report such statements of yours in public forum.You criticize so-called Hindu terrorism and RSS/VHP etc. But why you are not as vocal in expressing condemnation against Islamic terrorism and organizations like SIMI etc?Why you are so fascinated by Mother Teresa despite her being a missionary working for conversions.What makes you a fan of Sonia Gandhi to call her only light of hope of spirituality at end of dark tunnel? Did you forget chapetr 6 of Satyarth Prakash which talks of ministers being only from nation. Also do you approve of her promoting her son who openly moves along with a live-in partner from venezuela or someone. Did you ever criticize her or her son in public forum for such dubious character. Afteral Swami Dayanand laid greatest importance of personal character of rulers and claimed that such people as having dubious characters should and can never be made rulers.When you are so much against VHP/RSS etc, why you give special favors to and do not publicly condemn people like Sh Anil Arya who openly hold rallies and participate in programs of RSS/ VHP inclduing Amarnath Sangharsh Samiti, Shiksha Bachao Andolan etc. Why such people are in your trusted group, if you are so against RSS/VHP/ Hindu forces etc.Can you give a clear statement that Sh Anil Arya or any other person for that matter, found to be involved in any sort of joint activities with RSS/VHP or any other related Hindu force, will have nothing to do with you ever and you openly condemn them for working with Hindu terrorist organizations?Why have you never criticized MF Hussain for his vulgar description of Bharat Mata and Hindu deities? Why you support that as freedom of expression? If that be so, why do you not publicly support Prophet Muhammad cartoon as freedom of expression.Why your article states that your are proud that Tantric Sex is part of great Indian/Hindu cultureFor years your website prominently showed your pictures bowing to Pope and Sonia Gandhi. Does that exemplify an Arya Sanyasi?You joined hands with Mahesh Bhatt. Did you ever criticize him and Shabana Azmi etc for spreading so much of pornographic mess in name of entertainment? What made you partner with such people who blatantly flout the most basic of Arya principles - they earn through skin-shows.Why you give anti-India lectures across the world focussing on dismal state that India is in. Please search for Agnivesh anti-Bharat in google and you would knowi what we are referring to?As a Sanyasi, what prompts you to have a website by your own name that highlights your photos and name so brightly in all pages. Is not Sanyasi someone who is above such Aishnaas (urges for fame/money/lust)?What stops you from calling Quran and Bible as texts harboring hatred and irrationality? You think not even twice before condemning HIndu fascism. This is just a snapshot of large number of such contentious issues on which Arya Samajees across world seek your clarification. I hope we will get unambiguous reply from you covering all these points. I would request you to mark a copy at agniveer AT gmail DOT com as well in case mails bounce from the yahoogroups due to your non-membership in them. The copy of this mail is being circulated across all leading forums of Arya Samaj across globe.
कुछ महत्त्व पूर्ण लिंक
स्वामी अग्निवेश का माओवादियों को ‘लाल सलाम’
http://www.bhaskar.com/article/CHH-RAI-swami-agnivesh-of-the-maoist-red-salute-1984251.html
---------- भारत की चीन पाकिस्तान समर्थित दलाल मीडिया
https://www.facebook.com/note.php?note_id=156665601057473
---------- हिंदू मंदिरों में गैर हिन्दुओ के प्रवेश के लिए हड़ताल पर अग्निवेश
http://alturl.com/vxyjr
--------- पाकिस्तानी और चीन प्रेमी अग्निवेश का काला अध्याय : संघ परिवार वेबसाईट
http://www.sanghparivar.org/blog/rkm/enemy-lover-swami-agnivesh-i-love-pakistan
----------- अग्निवेश ने गाया चीन का राग
http://abhindumahasabha.blogspot.com/2011/04/blog-post_4297.html
----------- अग्निवेश ने मुस्लिमों से कहा वंदे मातरम मत गाओ !
http://www.youtube.com/watch?v=sns7o2YcyR4
----------- अग्निवेश
http://intellibriefs.blogspot.com/search?q=agnivesh
----------- स्वामी रामदेव जी से निवेदन अग्निवेश को खदेडो
http://www.haindavakeralam.com/HKPage.aspx?PageID=13299
----------- स्वामी अग्निवेश हिंदू नहीं है, हिंदू के भेष में मुस्लिम और ईसाई प्रचारक है
http://www.casttv.com/video/65pmis1/swami-agnivesh-is-he-even-a-hindu-or-a-islamo-christian-puppet-video
--------- पूरी के जगन्नाथ मंदिर के द्वार गैर हिन्दुओ के लिए भी खोले जाएँ http://articles.timesofindia.indiatimes.com/2007-12-26/india/27984531_1_puri-temple-jagannath-temple-swami-agnivesh
--------- नक्सल पीडितों ने अग्निवेश पर हमला किया
http://www.haindavakeralam.com/HKPage.aspx?PageID=13509
----------- नक्सलियों के दलाल अग्निवेश
http://runbheri.blogspot.com/2011/03/blog-post_26.html
----------- आर्य समाज के मिथ्या प्रचारक
http://satyagi.blogspot.com/2010/01/blog-post.html
----------- नक्सल प्रभावितों ने अग्निवेश पर फैंके सड़े टमाटर
http://hindi.webdunia.com/news/news/regional/1103/26/1110326095_1.htm
----------- गूगल से भी जाने अग्निवेश को
http://alturl.com/azkb9
----------- अग्निवेश का असली चेहरा
http://www.datelineindia.com/samachar.aspx?Category_ID=5+&Story_ID=1013
----------- अग्निवेश कोंग्रेस और मार्क्सवादियो के दलाल है गोधरा और अग्निवेश www.shreshthbharat.in/2011/03/09/godhara-verdict/
----------- ढोंगी अग्निवेश
www.hinduwisdom.info/articles_hinduism/270.htm
----------- गोधरा फेसले में संदेह है
http://www.sify.com/news/godhra-sentencing-based-on-dubious-evidence-swami-agnivesh-news-national-ldbq4rajbbe.html
---------- हिंदू द्रोही अग्निवेश
http://www.haindavakeralam.com/HkPage.aspx?PAGEID=12991&SKIN=D
----------- भगवे में छिपा मुस्लिम ईसाई भेडीयाँ
http://greathindu.com/2009/12/anti-hindu-dogmas-from-indian-media/
----------- आइये हिंदू विरोधी मीडिया का सच और चीन समर्थित नेताओ की उनके साथ सांठ - गाँठ को जाने
https://www.facebook.com/topic.php?uid=145258605504787&topic=145&post=5619
----------- सबुत है अग्निवेश के माओवादी होने के
http://www.janjwar.com/2011/04/blog-post_4102.html
----------- गोधरा की फिर से जांच हो: अग्निवेश
http://khabar.ibnlive.in.com/news/50002/1
----------- "Hindus Of Houston" Issues Caution About Agnivesh
www.hvk.org/articles/1005/140.html
---------- शत्रु मित्र अग्निवेश
http://www.hindujagruti.org/news/6048.html
---------- ढोंगी आर्य समाजी
http://greathindu.com/?s=agnivesh&x=0&y=0
----------- और पढ़ियें
http://greathindu.com/?s=agnivesh&x=0&y=0
----------- आप भी ढूंढीये इस ढोंगी के बारें में सर्च पर
नोट: हम भ्रष्टाचार के आन्दोलन में अन्ना हजारे के साथ है, पहले से ही जुड़ें हुए है, और यह मानते है की देश की सभी समस्याओ में सबसे पहली समस्या भ्रष्टाचार है .....
-------------------------- आइये जाने क्यूँ नफरत करते है राष्ट्रवादी ,स्वामी अग्निवेश से और क्यों प्रेम करते है अग्निवेश मुस्लिमों, माओवादियों और ईसाइयों से ? जिस किसी भाई को लगता है की यह ढोंगी विवेकानंद जी का अवतार है तो यह बात मन से पूर्ण तय निकाल देंवे क्योंकि इसकी मानसिकता और आर्य समाज की मानसिकता में आकाश पाताळ का अंतर है सच तो यह है की यह आर्य समाजी नहीं हैइसने स्वयं ही एक संस्था बनाई है "World council of Arya Samaj" शायद उद्देश्य मुल्लो और ईसाई मिशनरियों की मदद करने के लिए, क्योंकि यह विवेकानंद जी के जैसे भगवे वस्त्र पहन कर के लोगो को गुमराह कर रहा है आप स्वयं आर्य समाज की वेबसाइट में देख सकते है की यह अध्यक्ष नहीं है ....इसने अतीत में हरियाणा के शिक्षा मंत्री का पद ग्रहण किया हुआ है तो इसके सन्यासी होने का प्रश्न ही पैदा नहीं होता है वहाँ शिक्षा प्रणाली और किताबों में इतिहास में फेर फार करने के कारण इसकी डाल हरियाणा में अधिक गल नहीं पाई फिर इसने माओवादियों का साथ देना शुरू किया और दलाल का काम पकड़ा हर वार्ता में यह बीच में टपक पडता है..अरुंधती रॉय, गिलानी, शबीर अहमद, उमर अब्दुल्लाह, यासीन मालिक , विनायक सेन, जावेद अख्तर, शबाना आजमी, तीस्ता शेतलवाद, मदनी etc इसके परम मित्र है जो हर दिशा से इसके उद्देश्य को दिशा देते है शबाना आजमी जैसे सेकुलर महाराष्ट्र से मदनी दक्षिण से, गिलानी जैसे आतंकवादी कश्मीर से, आजाद जैसे माओवादी हेदराबाद, आंध्र से, राजस्थान गुजरात में इसकी डाल नहीं गल पा रही है वो इसे अच्छी तरह पता है...बंगाल में विनायक सेन और अरुंधती रॉय....ये वो ही लोग है जो तिरंगे से नहीं लाल झंडे को सलाम करते है चीन को आंच भी आयें तो इनके पेट में दर्द होने लगता है...इनका एक ही धर्म है देश द्रोह.. संस्कृति, सीमाएं, भाषा, देश प्रेम से इन्हें कुछ मतलब नहीं .....भारत स्वाभिमान में इसे किसीने नहीं आमंत्रित किया ये स्वयं ही उसमे घुसा हुआ है और लोकपाल बिल का सिर्फ इसलिए समर्थन कर रहा है क्योंकि इसके भी स्वार्थ छिपे हुए है वहाँ .....नहीं तो ऐसे मक्कार लोकपाल बिल का समर्थन क्यूँ कर रहा हैएक बार केदारनाथ मंदिर को गैर हिन्दुओ के लिए खोलने के लिए हड़ताल पर बैठा था और सरकार पर दबाव बनाने के लिए अच्छे खासे नाटक किये इसने ..... पहले जो नास्तिक हिंदू है उन्हें केदारनाथ भेज रे अग्निवेश फिर गैर मुस्लिमों को भेजना ... जन हित में यह लेख सभी भाइयो तक पहुचाएं ...... लेकिन हम कामना करते है की स्वामी रामदेव के साथ हम सब मिलकर कोंग्रेसी कुशासन को उखाड फेंके और भारत को भगवा देश बनाने का संकल्प करें ------------------------------ आइये आर्य समाजियो ने इस मक्कार से कुछ प्रश्न पूछे है आपको दिखाते है ..... जिसमे इसकी मक्कारी छिपी है What is your stand on gay marriages? Why are you supporting the movement to legalize homosexual relations in India? Is it as per Arya Samaj ideology?Your co-writer recently gave interview in newspapers claiming we all are migrants in this nation. Do you support this theory of Arya Invasion which Mr Thampu loves to propagate in his college. Incidentally your website also had the same theory for 5 years and withdrawn only after a lot of controversy.Why are you so much in admiration of Prophet Muhammad to call him Prophet of entire world. Satyarth Prakash, Chapter 14 has used harshest language against Prophet for his lechery, paedophilia and other misdeeds.Why do want deletion of portions of last 4 chapters of Satyarth Prakash? Many news available on net itself report such statements of yours in public forum.You criticize so-called Hindu terrorism and RSS/VHP etc. But why you are not as vocal in expressing condemnation against Islamic terrorism and organizations like SIMI etc?Why you are so fascinated by Mother Teresa despite her being a missionary working for conversions.What makes you a fan of Sonia Gandhi to call her only light of hope of spirituality at end of dark tunnel? Did you forget chapetr 6 of Satyarth Prakash which talks of ministers being only from nation. Also do you approve of her promoting her son who openly moves along with a live-in partner from venezuela or someone. Did you ever criticize her or her son in public forum for such dubious character. Afteral Swami Dayanand laid greatest importance of personal character of rulers and claimed that such people as having dubious characters should and can never be made rulers.When you are so much against VHP/RSS etc, why you give special favors to and do not publicly condemn people like Sh Anil Arya who openly hold rallies and participate in programs of RSS/ VHP inclduing Amarnath Sangharsh Samiti, Shiksha Bachao Andolan etc. Why such people are in your trusted group, if you are so against RSS/VHP/ Hindu forces etc.Can you give a clear statement that Sh Anil Arya or any other person for that matter, found to be involved in any sort of joint activities with RSS/VHP or any other related Hindu force, will have nothing to do with you ever and you openly condemn them for working with Hindu terrorist organizations?Why have you never criticized MF Hussain for his vulgar description of Bharat Mata and Hindu deities? Why you support that as freedom of expression? If that be so, why do you not publicly support Prophet Muhammad cartoon as freedom of expression.Why your article states that your are proud that Tantric Sex is part of great Indian/Hindu cultureFor years your website prominently showed your pictures bowing to Pope and Sonia Gandhi. Does that exemplify an Arya Sanyasi?You joined hands with Mahesh Bhatt. Did you ever criticize him and Shabana Azmi etc for spreading so much of pornographic mess in name of entertainment? What made you partner with such people who blatantly flout the most basic of Arya principles - they earn through skin-shows.Why you give anti-India lectures across the world focussing on dismal state that India is in. Please search for Agnivesh anti-Bharat in google and you would knowi what we are referring to?As a Sanyasi, what prompts you to have a website by your own name that highlights your photos and name so brightly in all pages. Is not Sanyasi someone who is above such Aishnaas (urges for fame/money/lust)?What stops you from calling Quran and Bible as texts harboring hatred and irrationality? You think not even twice before condemning HIndu fascism. This is just a snapshot of large number of such contentious issues on which Arya Samajees across world seek your clarification. I hope we will get unambiguous reply from you covering all these points. I would request you to mark a copy at agniveer AT gmail DOT com as well in case mails bounce from the yahoogroups due to your non-membership in them. The copy of this mail is being circulated across all leading forums of Arya Samaj across globe.
कुछ महत्त्व पूर्ण लिंक
स्वामी अग्निवेश का माओवादियों को ‘लाल सलाम’
http://www.bhaskar.com/article/CHH-RAI-swami-agnivesh-of-the-maoist-red-salute-1984251.html
---------- भारत की चीन पाकिस्तान समर्थित दलाल मीडिया
https://www.facebook.com/note.php?note_id=156665601057473
---------- हिंदू मंदिरों में गैर हिन्दुओ के प्रवेश के लिए हड़ताल पर अग्निवेश
http://alturl.com/vxyjr
--------- पाकिस्तानी और चीन प्रेमी अग्निवेश का काला अध्याय : संघ परिवार वेबसाईट
http://www.sanghparivar.org/blog/rkm/enemy-lover-swami-agnivesh-i-love-pakistan
----------- अग्निवेश ने गाया चीन का राग
http://abhindumahasabha.blogspot.com/2011/04/blog-post_4297.html
----------- अग्निवेश ने मुस्लिमों से कहा वंदे मातरम मत गाओ !
http://www.youtube.com/watch?v=sns7o2YcyR4
----------- अग्निवेश
http://intellibriefs.blogspot.com/search?q=agnivesh
----------- स्वामी रामदेव जी से निवेदन अग्निवेश को खदेडो
http://www.haindavakeralam.com/HKPage.aspx?PageID=13299
----------- स्वामी अग्निवेश हिंदू नहीं है, हिंदू के भेष में मुस्लिम और ईसाई प्रचारक है
http://www.casttv.com/video/65pmis1/swami-agnivesh-is-he-even-a-hindu-or-a-islamo-christian-puppet-video
--------- पूरी के जगन्नाथ मंदिर के द्वार गैर हिन्दुओ के लिए भी खोले जाएँ http://articles.timesofindia.indiatimes.com/2007-12-26/india/27984531_1_puri-temple-jagannath-temple-swami-agnivesh
--------- नक्सल पीडितों ने अग्निवेश पर हमला किया
http://www.haindavakeralam.com/HKPage.aspx?PageID=13509
----------- नक्सलियों के दलाल अग्निवेश
http://runbheri.blogspot.com/2011/03/blog-post_26.html
----------- आर्य समाज के मिथ्या प्रचारक
http://satyagi.blogspot.com/2010/01/blog-post.html
----------- नक्सल प्रभावितों ने अग्निवेश पर फैंके सड़े टमाटर
http://hindi.webdunia.com/news/news/regional/1103/26/1110326095_1.htm
----------- गूगल से भी जाने अग्निवेश को
http://alturl.com/azkb9
----------- अग्निवेश का असली चेहरा
http://www.datelineindia.com/samachar.aspx?Category_ID=5+&Story_ID=1013
----------- अग्निवेश कोंग्रेस और मार्क्सवादियो के दलाल है गोधरा और अग्निवेश www.shreshthbharat.in/2011/03/09/godhara-verdict/
----------- ढोंगी अग्निवेश
www.hinduwisdom.info/articles_hinduism/270.htm
----------- गोधरा फेसले में संदेह है
http://www.sify.com/news/godhra-sentencing-based-on-dubious-evidence-swami-agnivesh-news-national-ldbq4rajbbe.html
---------- हिंदू द्रोही अग्निवेश
http://www.haindavakeralam.com/HkPage.aspx?PAGEID=12991&SKIN=D
----------- भगवे में छिपा मुस्लिम ईसाई भेडीयाँ
http://greathindu.com/2009/12/anti-hindu-dogmas-from-indian-media/
----------- आइये हिंदू विरोधी मीडिया का सच और चीन समर्थित नेताओ की उनके साथ सांठ - गाँठ को जाने
https://www.facebook.com/topic.php?uid=145258605504787&topic=145&post=5619
----------- सबुत है अग्निवेश के माओवादी होने के
http://www.janjwar.com/2011/04/blog-post_4102.html
----------- गोधरा की फिर से जांच हो: अग्निवेश
http://khabar.ibnlive.in.com/news/50002/1
----------- "Hindus Of Houston" Issues Caution About Agnivesh
www.hvk.org/articles/1005/140.html
---------- शत्रु मित्र अग्निवेश
http://www.hindujagruti.org/news/6048.html
---------- ढोंगी आर्य समाजी
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