नन्ही चींटी , जब दाना लेकर चलती है ,
चढ्ती दीवारों पर , सौ बार फिसलती है ,
मन् का विश्वास रगों में साहस बनता है ,
चढ़ कर गिरना , गिर कर चढ़ना ना अखरता है ,
आखिर , उसकी मेहनत बेकार नहीं होती ,
कोशिश , करने वालों की हार नहीं होती !!!
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चढ्ती दीवारों पर , सौ बार फिसलती है ,
मन् का विश्वास रगों में साहस बनता है ,
चढ़ कर गिरना , गिर कर चढ़ना ना अखरता है ,
आखिर , उसकी मेहनत बेकार नहीं होती ,
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